8 मई 2025: सोने के दाम का ताज़ा हाल
आज, 8 मई 2025 को, भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹91,696 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है, जो अब तक का एक नया रिकॉर्ड है। इस वर्ष की शुरुआत से अब तक, सोने की कीमतों में लगभग 15% की वृद्धि हुई है। इस तेजी के पीछे कई वैश्विक और घरेलू कारण हैं, जिन्हें हम इस लेख में विस्तार से समझेंगे।
1. भूराजनीतिक तनाव और वैश्विक अनिश्चितता
वर्तमान में, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध, रूस-यूक्रेन संघर्ष, और मध्य पूर्व में अस्थिरता जैसे भूराजनीतिक तनावों के कारण निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं।
अमेरिका और भारत सहित कई देशों में बढ़ती मुद्रास्फीति के चलते निवेशक सोने में निवेश कर रहे हैं, क्योंकि यह मुद्रास्फीति के खिलाफ एक हेज के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, ब्याज दरों में संभावित कटौती की उम्मीद से भी सोने की मांग बढ़ी है।
3. केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीद
भारत, चीन, तुर्की और पोलैंड जैसे देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद में वृद्धि हुई है, जिससे वैश्विक मांग बढ़ी है और कीमतों में तेजी आई है।
4. डॉलर की कमजोरी और रुपये का अवमूल्यन
डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी के कारण भारत में सोने की कीमतें बढ़ी हैं, क्योंकि अधिकांश सोने का आयात डॉलर में होता है।
5. शादी और त्योहारों का सीजन
भारत में शादी और त्योहारों के मौसम में सोने की मांग पारंपरिक रूप से बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में तेजी आती है।
हालांकि वर्तमान में सोने की कीमतें उच्च स्तर पर हैं, लेकिन कुछ विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में कीमतों में कुछ सुधार हो सकता है। इसके संभावित कारण हैं:
अमेरिका में मजबूत आर्थिक आंकड़े: अमेरिका में मजबूत रोजगार डेटा और आर्थिक सुधार के संकेतों से निवेशक जोखिमपूर्ण संपत्तियों की ओर रुख कर सकते हैं, जिससे सोने की मांग में कमी आ सकती है।
ब्याज दरों में संभावित वृद्धि: यदि फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में वृद्धि करते हैं, तो सोने की मांग पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
डॉलर की मजबूती: यदि डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतों में गिरावट आ सकती है, क्योंकि सोना डॉलर में मूल्यांकित होता है।
विभिन्न विश्लेषकों के अनुसार, 2025 के अंत तक सोने की कीमतें ₹7,200 से ₹7,800 प्रति 10 ग्राम के बीच रह सकती हैं, जो मुद्रास्फीति, वैश्विक घटनाओं और रुपये के मूल्य पर निर्भर करेगा।
🪙 सोना खरीदने के 15 जरूरी टिप्स (Gold Buying Tips in Hindi)
✅ 1. हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना खरीदें
यह गवर्नमेंट सर्टिफाइड क्वालिटी की पहचान है। बिना हॉलमार्क वाला सोना कभी न लें।
✅ 2. 22 कैरेट और 24 कैरेट में फर्क जानें
24 कैरेट: 99.9%
22 कैरेट: 91.6%
✅ 3. गोल्ड रेट की रोज़ जांच करें (Live Gold Price)
खरीद से पहले India Bullion Market या GoodReturns पर रेट देखें।
✅ 4. मेकिंग चार्ज पर ध्यान दें
ज्वेलर्स अलग-अलग मेकिंग चार्ज लेते हैं (5%–25%) — इसे मोल-भाव से कम कराएं।
✅ 5. GST का हिसाब लगाएं
सोने की खरीद पर 3% GST और ज्वेलरी पर 5% तक अतिरिक्त हो सकता है।
✅ 6. बिल ज़रूर लें (Tax Invoice)
बिल के बिना सोने की दोबारा बिक्री या एक्सचेंज में दिक्कत होती है।
✅ 7. प्योरिटी जाँचने की मशीन से जाँच कराएं (Karatmeter)
कई ज्वेलर्स के पास प्योरिटी चेक करने की मशीन होती है — ज़रूर उपयोग करें।
✅ 8. पुराना सोना एक्सचेंज करने से पहले रेट चेक करें
हर ज्वेलर पुराने सोने का अलग रेट देता है — तुलना करें।
✅ 9. ऑनलाइन गोल्ड खरीदने में सावधानी रखें
ट्रस्टेड प्लेटफॉर्म जैसे Tanishq, Kalyan, MMTC-PAMP, Paytm Gold, PhonePe Gold आदि का ही प्रयोग करें।
✅ 10. सोने में निवेश (Investment Gold) और गहनों में फर्क समझें
निवेश के लिए गोल्ड बार या कॉइन लें (कम मेकिंग चार्ज)
गहने खरीदने में भावनात्मक पक्ष जुड़ा होता है
📌 निवेशकों के लिए सुझाव
लंबी अवधि के निवेशक: यदि आप दीर्घकालिक निवेशक हैं, तो सोने में निवेश करना लाभकारी हो सकता है, क्योंकि यह मुद्रास्फीति और आर्थिक अनिश्चितता के समय में सुरक्षा प्रदान करता है।IIFL Finance
लघु अवधि के निवेशक: यदि आप अल्पकालिक निवेशक हैं, तो वर्तमान उच्च कीमतों पर निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति का विश्लेषण करें और संभावित सुधार का इंतजार करें।